40 लाख और 4 करोड़ के फ्लैट में क्या होता है अंतर? एक में लोहा दूसरे में लगता है सोना-चांदी? जान लें हकीकत
फ्लैट हो चाहे घर, अपना होना चाहिए, ये तो सभी चाहते हैं लेकिन जब घर खरीदते हैं तो अपनी जेब और बजट का ध्यान रखना ही पड़ता है. गुरुग्राम-नोएडा दो ऐसे शहर हैं, जहां कम पैसे वालों से लेकर खूब अमीर लोगों के लिए हर ऑप्शन मौजूद है. यहां 40 लाख रुपये का भी फ्लैट है और 10 गुना ज्यादा कीमत वाले 4 करोड़ या इससे भी ज्यादा रेट वाले फ्लैट भी खूब बिक रहे हैं. कभी आपने सोचा है कि वही सीमेंट से बनी दीवारें, वही लकड़ी के दरवाजे, वही खिड़कियां होने के बावजूद 4 करोड़ के घर में ऐसा क्या खास होता है कि एक फ्लैट की कीमत में 40 लाख वाले 10 फ्लैट खरीदे जा सकते हैं. आइए आज आपको हम बताते हैं कि महंगे-आलीशान घरों में कौन सी चीज होती है, जो हमारे आपके बजट वाले घरों में नहीं होती.
आपको बता दें कि 4 करोड़ का फ्लैट काफी महंगा होता है लेकिन 40 लाख के फ्लैट की तुलना में आलीशान होता है. इसकी शानदार सुविधाएं ही इसे कीमती बनाती हैं. कई बार एक ही जगह पर बना फ्लैट 40 लाख का होता है, जबकि उससे थोड़ी दूरी पर ही 4 करोड़ का भी होता है. अगर आप आने वाले समय में अपार्टमेंट, फ्लैट या इंडिपेंडेंट घर खरीदने जा रहे हैं तो यहां दी जा रही जानकारी आपके बहुत काम आने वाली है.
1. लोकेशन
किसी भी फ्लैट की कीमत की सबसे पहली सीढ़ी होती है लोकेशन, आपका फ्लैट या अपार्टमेंट किस लोकेशन में है. 4 करोड़ का घर बेहद साफ सुथरी, ग्रीन, शांत और पॉश कॉलोनी, बड़े शहर की हाई डिमांड और लिमिटेड उपलब्धता वाली जगह में होता है. लोकेशन को तय करने में कुछ सुविधाएं बहुत मायने रखती हैं, जैसे-सड़क, एक्सप्रेसवे या हाइवे, एयरपोर्ट, मेट्रो स्टेशन आदि से दूरी. मार्केट या मॉल्स या हाई क्लास सुविधाओं तक पहुंच भी लोकेशन को तय करती है.
वहीं अगर 40 लाख के फ्लैट की बात करें तो यह कम सुविधाओं वाली और कम आकर्षक जगहों में बने होते हैं. ये हलचल भरे इलाकों में, मुख्य सड़कों से काफी अंदर बस स्टैंड आदि के नजदीक हो सकते हैं. रिटेल मार्केट्स जैसी सुविधाएं इनके आसपास होती हैं.
2. साइज और सुविधाएं
आम तौर पर 4 करोड़ रुपये का फ्लैट लक्जरी सुविधाओं से लैस होता है. यह साइज में बड़ा होता है, अमूमन 3 और 4 बेडरूम वाला. इसमें हाई-एंड फिक्स्चर, प्रीमियम सुविधाएं, सिक्योरिटी सर्विस, स्विमिंग पूल, क्लब, जॉगिंग ट्रैक, जिम, फोर व्हीलर डबल पार्किंग, पार्क या लैंडस्केप गार्डन जैसी मनोरंजक शानदार सुविधाएं होती हैं.
जबकि 40 लाख रुपये का फ्लैट बुनियादी सुविधाएं प्रदान करता है. 40 लाख के फ्लैट में हमारे पास वही सुविधाएं होती है जो हमने बनाई हैं और उनमें से प्रत्येक के लिए भुगतान करते हैं. यहां बहुत से बहुत पार्क और टू-व्हीलर पार्किंग आदि की सुविधाएं मिल सकती हैं. सुविधाओं के मामले में इसमें बिजली और पानी की आपूर्ति जैसी उपयोगिताओं के अलावा अन्य सुविधाएं नहीं होतीं.
इसके अलावा 4 करोड़ के फ्लैट बेहतर तरीके से बनाए जाते हैं. ये एक बड़े क्षेत्र में फैले हुए होते हैं. जहां पर सूरज की रोशनी और वेंटिलेशन की बेहतर सुविधा होती है. क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष और गौड़ ग्रुप के सीएमडी मनोज गौड़ कहते हैं कि 4 करोड़ के फ्लैट्स लक्जरी होते हैं और लक्जरी हाउसिंग सोसायटीज में सुरक्षा से लेकर सुविधाएं तक सबकुछ बेहतर होता है. यहां पार्क, जिम, स्वीमिंग पूल और क्लब की सुविधा मिलती है. इतना ही नहीं निर्माण की गुणवत्ता भी बेहतर होती है. यही कारण है कि दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि टीयर-2 और 3 में भी अब बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स आ रहे हैं.
3. निर्माण और फिनिश की गुणवत्ता
4 करोड़ की कीमत वाले फ्लैट में निर्माण गुणवत्ता, मॉडर्न वास्तुकला, संगमरमर के फर्श, डिजाइनर फिटिंग, हाइली डिजाइंड सीलिंग और स्मार्ट होम तकनीक जैसी उच्च गुणवत्ता वाली फिनिश होती हैं. गुलशन ग्रुप की डायरेक्टर युक्ति नागपाल कहती हैं कि हाल ही में उन्हें उनके प्रोजेक्ट गुलशन डायनेस्टी का कंपलीशन सर्टिफिकेट मिला है. इस प्रोजेक्ट को ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल से प्लैटिनम सर्टिफिकेट भी मिल चुका है. यह प्रोजेक्ट पर्यावरण के अलावा अल्ट्रा लग्जरी सुविधाओं की वजह से लाजवाब है. महंगे फ्लैट्स ऐसी कई बेहतरीन सुविधाओं से युक्त होते हैं जबकि सस्ते 40 लाख रुपये वाले फ्लैट्स साधारण कंस्ट्रक्शन और मानक फिनिश वाले होते हैं.
4. बैंक लोन
40-50 लाख की कीमत वाले फ्लैट के लिए लोन पाना आसान होता है, क्योंकि बिल्डरों ने बैंकों के साथ एग्रीमेंट कर रखा होता है. इसलिए इसमें ज्यादा समय नही लगता है. जबकि 4 करोड़ औऱ उससे अधिक कीमत के प्लैट के लिए बैंक लोन देने से पहले उसकी लोन वापस करने की क्षमता की जांच करता है,जो अधिक जटिल प्रक्रिया है.
5. मांग और प्रतिष्ठा
4 करोड़ रुपये की रेंज में प्रॉपर्टी अक्सर समृद्ध जीवन से जुड़ी एक निश्चित प्रतिष्ठा और स्थिति रखती हैं. बायर्स प्रीमियम,लक्ज़री प्रॉपर्टी के मालिक होने के साथ मिलने वाले अधिकारों के लिए प्रीमियम का भुगतान करने को तैयार हैं. इसके विपरीत, 40 लाख रुपये का फ्लैट अधिक बजट-सचेत बाजार खंड को पूरा करता है.
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FIRST PUBLISHED : February 20, 2024, 12:16 IST