लटेरी,धूमधाम से मनाई गई मां शबरी जयंती,
दो दिन के आदिवासी महाकुम्भ का हुआ समापन
एंकर,,,, लटेरी में दो दिन से आयोजित आदिवासी महाकुंभ का समापन आज विधायक उमाकांत शर्मा ने अपने हाथों से माता शबरी की पूजन अर्चन के बाद किया ।
लटेरी के ग्राम नेवली में ओर अवसर था भगवान राम की अनन्य भक्त शबरी मैया की जयंती का। जिसके भागीरथी बने विधायक उमाकांत शर्मा जिन्होंने न केवल क्षेत्र के भील आदिवासी समाज को एक मंच पर एकत्रित किया बल्कि उनके सामाजिक उत्थान को लेकर कार्ययोजना बनाकर प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया।
लटेरी में ग्राम नेवली में स्व. लक्ष्मीकांत शर्मा लोक कल्याण न्यास एवं पूंजा भील जनकल्याण समिति के तत्वाधान में माँ शबरी जयंती के अवसर पर दो दिवसीय आदिवासी महाकुंभ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशाल परिसर में आयोजित कार्यक्रम के अंतिम दिन रविवार को लटेरी के मुख्य मार्गो से पारंपरिक भेषभूषा एवं देशी ढपलो नागडियो की थाप के साथ उत्साह पूर्वक शोभायात्रा प्रारम्भ की गई जो कार्यक्रम स्थल पहुँचकर एक धर्म सभा के रूप में परिवर्तित हुई।
इस जगह बने विशाल मंच से आदिवासी कला परिषद की टीम ने प्रमुख आचार्य रुद्रा के नेतृत्व में माँ शबरी के जन्म से लेकर उनके जीवन पर्यंत प्रभु श्री राम की अन्नय भक्ति और उनके दर्शन के साथ प्रेमबिहल होकर खाए गए झूठे बेर आदि संस्मरणों पर आधरित धर्म कथा का समन्न हुई।
इसके बाद आयोजन समिति की ओर से विधायक उमाकांत शर्मा ने भील आदिवासी समाज के वरिष्ठ नागरिकों का साफा बांधकर सम्मान किया। उन्होंने आदिवासी समाज के कक्षा दसवीं एवं बारहवीं के मेधावी छात्रों का भी सम्मान किया।इसके पूर्व कार्यक्रम की शुभारम्भ माँ सरस्वती आदिवासी समाज के देवता महापुरुष तथा स्व लक्ष्मीकांत शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण से किया गया इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन रामगुलाम राजौरिया ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से भाजपा संगठन के वरिष्ठ नेता,जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
आदिवासी सनातन समाज की ताकत, 21 लाख की लागत से बनेगा शबरी आश्रम
आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा कि पहले से ही आपके लाडले बेटा लक्ष्मीकांत शर्मा ने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के माध्यम से सेवा करने का प्रयास किया है। गांव ओर दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वालों के कष्ट दूर किए हैं आज सभी गांव मुख्य सड़क से जुड़े यह सब अटल जी की दूरगामी सोच से ही संभव हुआ है। इस दौरान विधायक उमाकांत शर्मा ने 21 लाख की लागत से शबरी भवन निर्मन की घोषणा करते हुए आधारशिला भी रखी। जिसे शबरी आश्रम के नाम से पहचाना जाएगा। उन्होंने कहाँ की आज कई लोग जातियों को बांट कर उन्हें लड़ाने का काम कर रहे हैं लेकिन हम सब एक विराट पुरुष की संतान है वही भारतीय जनता पार्टी सभी समाजों को संमभाव की दृष्टि से देखती है कार्यक्रम के समापन पर सामूहिक भोज का भी आयोजन हुआ।
आदिवासी समाज की वरिष्ठ सेवा समिति एवं प्रतिभाओ का किया सम्मान
कार्यक्रम अवसर पर विधायक उमाकांत शर्मा के द्वारा समाज की वरिष्ठ समाज के लिए एवं समाज सेवा के क्षेत्र कार्य कर रहे हैं समाज सीडीओ का अभिनंदन पत्र साल एवं पगड़ी के माध्यम से स्वागत किया गया जिसमें प्रमुख रूप से पूर्व जिला पंचायत सदस्य मथरालाल, मंगल सिंह तूफान सिंह राम भरोसा माखन सिंह शंकर लाल गजराज सिंह मदन सिंह भैरों सिंह आदी का स्वागत किया साथ ही 10वीं 12वीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली आदिवासी छात्रों एवं एक दिन पूर्व आयोजित हुई खेल प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया।
विशेष रही संगीतमई शबरी कथा
कार्यक्रम अवसर पर आचार्य रूद्र एवं उज्जैन संस्कृतिक विभाग के सहयोग से शबरी कथा का आयोजन किया गया जिसमे मैया शबरी के जन्म विवाह नहीं कराने का कारण, मातंग रिशी की शिष्या तथा भगवान राम से मिलन की कथा का वर्णन विस्तार पूर्वक किया गया किया मैया शबरी की सांस्कृतिक विभाग के द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई।